Original

पिण्डारक उपस्पृश्य एकरात्रोषितो नरः ।अग्निष्टोममवाप्नोति प्रभातां शर्वरीं शुचिः ॥ ५४ ॥

Segmented

पिण्डारक उपस्पृश्य एक-रात्र-उषितः नरः अग्निष्टोमम् अवाप्नोति प्रभाताम् शर्वरीम् शुचिः

Analysis

Word Lemma Parse
पिण्डारक पिण्डारक pos=n,g=n,c=7,n=s
उपस्पृश्य उपस्पृश् pos=vi
एक एक pos=n,comp=y
रात्र रात्र pos=n,comp=y
उषितः वस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
नरः नर pos=n,g=m,c=1,n=s
अग्निष्टोमम् अग्निष्टोम pos=n,g=m,c=2,n=s
अवाप्नोति अवाप् pos=v,p=3,n=s,l=lat
प्रभाताम् प्रभा pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
शर्वरीम् शर्वरी pos=n,g=f,c=2,n=s
शुचिः शुचि pos=a,g=m,c=1,n=s