Original

महाश्रम उपस्पृश्य योऽग्निहोत्रपरः शुचिः ।एकमासं निराहारः सिद्धिं मासेन स व्रजेत् ॥ १६ ॥

Segmented

महाश्रम उपस्पृश्य यो अग्निहोत्र-परः शुचिः एक-मासम् निराहारः सिद्धिम् मासेन स व्रजेत्

Analysis

Word Lemma Parse
महाश्रम महाश्रम pos=n,g=m,c=7,n=s
उपस्पृश्य उपस्पृश् pos=vi
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
अग्निहोत्र अग्निहोत्र pos=n,comp=y
परः पर pos=n,g=m,c=1,n=s
शुचिः शुचि pos=a,g=m,c=1,n=s
एक एक pos=n,comp=y
मासम् मास pos=n,g=m,c=2,n=s
निराहारः निराहार pos=a,g=m,c=1,n=s
सिद्धिम् सिद्धि pos=n,g=f,c=2,n=s
मासेन मास pos=n,g=m,c=3,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
व्रजेत् व्रज् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin