महाभारतम् — 13.25.5
Original
Segmented
ब्राह्मणम् स्वयम् आहूय भिक्षा-अर्थे कृश-वृत्ति ब्रूयात् न अस्ति इति यः पश्चात् तम् विद्याद् ब्रह्म-घातिनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ब्राह्मणम् | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्वयम् | स्वयम् | pos=i |
आहूय | आह्वा | pos=vi |
भिक्षा | भिक्षा | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कृश | कृश | pos=a,comp=y |
वृत्ति | वृत्ति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ब्रूयात् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पश्चात् | पश्चात् | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
विद्याद् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
घातिनम् | घातिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |