महाभारतम् — 13.21.4
Original
Segmented
अथ उपविष्टः च यदा तस्मिन् भद्रासने तदा स्नापयामास शनकैस् तम् ऋषिम् सुख-हस्त-वत् दिव्यम् च विधिवत् चक्रे स उपचारम् मुनेः तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
उपविष्टः | उपविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
यदा | यदा | pos=i |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
भद्रासने | भद्रासन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
स्नापयामास | स्नापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शनकैस् | शनकैस् | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सुख | सुख | pos=a,comp=y |
हस्त | हस्त | pos=n,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
विधिवत् | विधिवत् | pos=i |
चक्रे | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | स | pos=i |
उपचारम् | उपचार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मुनेः | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तदा | तदा | pos=i |