महाभारतम् — 13.21.18
Original
Segmented
अष्टावक्र उवाच स्वतन्त्रा त्वम् कथम् भद्रे ब्रूहि कारणम् अत्र वै न अस्ति लोके हि काचित् स्त्री या वै स्वातन्त्र्यम् अर्हति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अष्टावक्र | अष्टावक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स्वतन्त्रा | स्वतन्त्र | pos=a,g=f,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
ब्रूहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
कारणम् | कारण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
वै | वै | pos=i |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हि | हि | pos=i |
काचित् | कश्चित् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्त्री | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
स्वातन्त्र्यम् | स्वातन्त्र्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |