Original

स्त्र्युवाच ।शिरसा प्रणमे विप्र प्रसादं कर्तुमर्हसि ।भूमौ निपतमानायाः शरणं भव मेऽनघ ॥ १५ ॥

Segmented

स्त्री उवाच शिरसा प्रणमे विप्र प्रसादम् कर्तुम् अर्हसि भूमौ निपतमानायाः शरणम् भव मे ऽनघ

Analysis

Word Lemma Parse
स्त्री स्त्री pos=n,g=f,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
शिरसा शिरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
प्रणमे प्रणम् pos=v,p=1,n=s,l=lat
विप्र विप्र pos=n,g=m,c=8,n=s
प्रसादम् प्रसाद pos=n,g=m,c=2,n=s
कर्तुम् कृ pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat
भूमौ भूमि pos=n,g=f,c=7,n=s
निपतमानायाः निपत् pos=va,g=f,c=6,n=s,f=part
शरणम् शरण pos=n,g=n,c=1,n=s
भव भू pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ऽनघ अनघ pos=a,g=m,c=8,n=s