Original

ब्रह्मन्न कामकारोऽस्ति स्त्रीणां पुरुषतो धृतिः ।कामेन मोहिता चाहं त्वां भजन्तीं भजस्व माम् ॥ ५३ ॥

Segmented

ब्रह्मन् न कामकारो ऽस्ति स्त्रीणाम् पुरुषतो धृतिः कामेन मोहिता च अहम् त्वाम् भजन्तीम् भजस्व माम्

Analysis

Word Lemma Parse
ब्रह्मन् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
pos=i
कामकारो कामकार pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽस्ति अस् pos=v,p=3,n=s,l=lat
स्त्रीणाम् स्त्री pos=n,g=f,c=6,n=p
पुरुषतो पुरुष pos=n,g=m,c=5,n=s
धृतिः धृति pos=n,g=f,c=1,n=s
कामेन काम pos=n,g=m,c=3,n=s
मोहिता मोहय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
pos=i
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
भजन्तीम् भज् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
भजस्व भज् pos=v,p=2,n=s,l=lot
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s