महाभारतम् — 13.20.38
Original
Segmented
ऋषिः समन्ततो ऽपश्यत् तत्र तत्र मनोरमम् ततो ऽभवत् तस्य चिन्ता क्व मे वासो भवेद् इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समन्ततो | समन्ततः | pos=i |
ऽपश्यत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तत्र | तत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
मनोरमम् | मनोरम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
चिन्ता | चिन्ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
क्व | क्व | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वासो | वास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |