महाभारतम् — 13.20.37
Original
Segmented
नानाविधैः च भवनैः विचित्र-मणि-तोरणैः मुक्ता-जाल-परिक्षिप्तैः मणि-रत्न-विभूषितैः मनः-दृष्टि-हरैः रम्यैः सर्वतः संवृतम् शुभैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नानाविधैः | नानाविध | pos=a,g=n,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
भवनैः | भवन | pos=n,g=n,c=3,n=p |
विचित्र | विचित्र | pos=a,comp=y |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
तोरणैः | तोरण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
मुक्ता | मुक्ता | pos=n,comp=y |
जाल | जाल | pos=n,comp=y |
परिक्षिप्तैः | परिक्षिप् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
विभूषितैः | विभूषय् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
मनः | मनस् | pos=n,comp=y |
दृष्टि | दृष्टि | pos=n,comp=y |
हरैः | हर | pos=a,g=n,c=3,n=p |
रम्यैः | रम्य | pos=a,g=n,c=3,n=p |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
संवृतम् | संवृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
शुभैः | शुभ | pos=a,g=n,c=3,n=p |