Original

स तत्र काञ्चनं दिव्यं सर्वरत्नमयं गृहम् ।ददर्शाद्भुतसंकाशं धनदस्य गृहाद्वरम् ॥ ३४ ॥

Segmented

स तत्र काञ्चनम् दिव्यम् सर्व-रत्न-मयम् गृहम् ददर्श अद्भुत-संकाशम् धनदस्य गृहाद् वरम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तत्र तत्र pos=i
काञ्चनम् काञ्चन pos=n,g=n,c=2,n=s
दिव्यम् दिव्य pos=a,g=n,c=2,n=s
सर्व सर्व pos=n,comp=y
रत्न रत्न pos=n,comp=y
मयम् मय pos=a,g=n,c=2,n=s
गृहम् गृह pos=n,g=n,c=2,n=s
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
अद्भुत अद्भुत pos=a,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=n,c=2,n=s
धनदस्य धनद pos=n,g=m,c=6,n=s
गृहाद् गृह pos=n,g=n,c=5,n=s
वरम् वर pos=a,g=n,c=2,n=s