महाभारतम् — 13.20.32
Original
Segmented
तत्र आश्रम-पदम् दिव्यम् ददर्श भगवान् अथ शैलान् च विविध-आकारान् काञ्चनान् रत्न-भूषितान् मणि-भूमौ निविष्टाः च पुष्करिण्यः तथा एव च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
दिव्यम् | दिव्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अथ | अथ | pos=i |
शैलान् | शैल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
विविध | विविध | pos=a,comp=y |
आकारान् | आकार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
काञ्चनान् | काञ्चन | pos=a,g=m,c=2,n=p |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
भूषितान् | भूषय् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
मणि | मणि | pos=n,comp=y |
भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
निविष्टाः | निविश् | pos=va,g=f,c=1,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
पुष्करिण्यः | पुष्करिणी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |