Original

सुदर्शनस्तु मनसा कर्मणा चक्षुषा गिरा ।त्यक्तेर्ष्यस्त्यक्तमन्युश्च स्मयमानोऽब्रवीदिदम् ॥ ६७ ॥

Segmented

सुदर्शनः तु मनसा कर्मणा चक्षुषा गिरा त्यक्त-ईर्ष्यः त्यक्त-मन्युः च स्मयमानो ऽब्रवीद् इदम्

Analysis

Word Lemma Parse
सुदर्शनः सुदर्शन pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
मनसा मनस् pos=n,g=n,c=3,n=s
कर्मणा कर्मन् pos=n,g=n,c=3,n=s
चक्षुषा चक्षुस् pos=n,g=n,c=3,n=s
गिरा गिर् pos=n,g=f,c=3,n=s
त्यक्त त्यज् pos=va,comp=y,f=part
ईर्ष्यः ईर्ष्या pos=n,g=m,c=1,n=s
त्यक्त त्यज् pos=va,comp=y,f=part
मन्युः मन्यु pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
स्मयमानो स्मि pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽब्रवीद् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s