Original

यदि प्रमाणं धर्मस्ते गृहस्थाश्रमसंमतः ।प्रदानेनात्मनो राज्ञि कर्तुमर्हसि मे प्रियम् ॥ ५३ ॥

Segmented

यदि प्रमाणम् धर्मः ते गृहस्थ-आश्रम-संमतः प्रदाना आत्मनः राज्ञि कर्तुम् अर्हसि मे प्रियम्

Analysis

Word Lemma Parse
यदि यदि pos=i
प्रमाणम् प्रमाण pos=n,g=n,c=1,n=s
धर्मः धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
ते त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
गृहस्थ गृहस्थ pos=n,comp=y
आश्रम आश्रम pos=n,comp=y
संमतः सम्मन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
प्रदाना प्रदान pos=n,g=n,c=3,n=s
आत्मनः आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
राज्ञि राज्ञी pos=n,g=f,c=8,n=s
कर्तुम् कृ pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
प्रियम् प्रिय pos=a,g=n,c=2,n=s