Original

सूक्ष्मं स्थूलं मृदु यच्चाप्यसूक्ष्मं सुखं दुःखं सुखदुःखान्तरं च ।सांख्यं योगं यत्पराणां परं च शर्वाज्जातं विद्धि यत्कीर्तितं मे ॥ ५३ ॥

Segmented

सूक्ष्मम् स्थूलम् मृदु यत् च अपि अ सूक्ष्मम् सुखम् दुःखम् सुख-दुःख-अन्तरम् च सांख्यम् योगम् यत् पराणाम् परम् च शर्वात् जातम् विद्धि यत् कीर्तितम् मे

Analysis

Word Lemma Parse
सूक्ष्मम् सूक्ष्म pos=a,g=n,c=1,n=s
स्थूलम् स्थूल pos=a,g=n,c=1,n=s
मृदु मृदु pos=a,g=n,c=1,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
अपि अपि pos=i
pos=i
सूक्ष्मम् सूक्ष्म pos=a,g=n,c=1,n=s
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=1,n=s
दुःखम् दुःख pos=n,g=n,c=1,n=s
सुख सुख pos=n,comp=y
दुःख दुःख pos=n,comp=y
अन्तरम् अन्तर pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
सांख्यम् सांख्य pos=n,g=n,c=1,n=s
योगम् योग pos=n,g=m,c=2,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
पराणाम् पर pos=n,g=m,c=6,n=p
परम् पर pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
शर्वात् शर्व pos=n,g=m,c=5,n=s
जातम् जन् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
विद्धि विद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
कीर्तितम् कीर्तय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s