महाभारतम् — 13.17.4
Original
Segmented
यथा उक्तैः लोक-विख्यातैः मुनिभिः तत्त्व-दर्शिभिः प्रवरम् प्रथमम् स्वर्ग्यम् सर्व-भूत-हितम् शुभम् श्रुतैः सर्वत्र जगति ब्रह्म-लोक-अवतारितैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
उक्तैः | वच् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
विख्यातैः | विख्या | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
मुनिभिः | मुनि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
दर्शिभिः | दर्शिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
प्रवरम् | प्रवर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
प्रथमम् | प्रथम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
स्वर्ग्यम् | स्वर्ग्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
भूत | भूत | pos=n,comp=y |
हितम् | हित | pos=a,g=m,c=2,n=s |
शुभम् | शुभ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
श्रुतैः | श्रु | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |
सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
जगति | जगन्त् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
अवतारितैः | अवतारय् | pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part |