महाभारतम् — 13.16.2
Original
Segmented
धर्मे दृढ-त्वम् युधि शत्रु-घातम् यशः तथा अग्र्यम् परमम् बलम् च योग-प्रिय-त्वम् तव संनिकर्षम् वृणे सुतानाम् च शतम् शतानि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
युधि | युध् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
घातम् | घात | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
अग्र्यम् | अग्र्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
परमम् | परम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
योग | योग | pos=n,comp=y |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
संनिकर्षम् | संनिकर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वृणे | वृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
सुतानाम् | सुत | pos=n,g=m,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
शतम् | शत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शतानि | शत | pos=n,g=n,c=2,n=p |