महाभारतम् — 13.146.15
Original
Segmented
नित्येन ब्रह्मचर्येण लिङ्गम् अस्य यदा स्थितम् महयन्ति अस्य लोकाः च महेश्वर इति स्मृतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नित्येन | नित्य | pos=a,g=n,c=3,n=s |
ब्रह्मचर्येण | ब्रह्मचर्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
लिङ्गम् | लिङ्ग | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यदा | यदा | pos=i |
स्थितम् | स्था | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
महयन्ति | महय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
महेश्वर | महेश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
स्मृतः | स्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |