Original

प्रविष्टमात्रश्च गृहे सर्वं पश्यामि तन्नवम् ।यद्भिन्नं यच्च वै दग्धं तेन विप्रेण पुत्रक ॥ ४७ ॥

Segmented

प्रविष्ट-मात्रः च गृहे सर्वम् पश्यामि तत् नवम् यद् भिन्नम् यत् च वै दग्धम् तेन विप्रेण पुत्रक

Analysis

Word Lemma Parse
प्रविष्ट प्रविश् pos=va,comp=y,f=part
मात्रः मात्र pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
गृहे गृह pos=n,g=n,c=7,n=s
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
पश्यामि दृश् pos=v,p=1,n=s,l=lat
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
नवम् नव pos=a,g=n,c=2,n=s
यद् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
भिन्नम् भिद् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
pos=i
वै वै pos=i
दग्धम् दह् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
तेन तद् pos=n,g=m,c=3,n=s
विप्रेण विप्र pos=n,g=m,c=3,n=s
पुत्रक पुत्रक pos=n,g=m,c=8,n=s