महाभारतम् — 13.143.43
Original
Segmented
यत् प्रशस्तम् च लोकेषु पुण्यम् यत् च शुभ-अशुभम् तत् सर्वम् केशवो ऽचिन्त्यो विपरीतम् अतो भवेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रशस्तम् | प्रशंस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
पुण्यम् | पुण्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
अशुभम् | अशुभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
केशवो | केशव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽचिन्त्यो | अचिन्त्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विपरीतम् | विपरीत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अतो | अतस् | pos=i |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |