महाभारतम् — 13.14.65
Original
Segmented
अत्रेः भार्या अपि भर्तारम् संत्यज्य ब्रह्म-वादिनी न अहम् तस्य मुनेः भूयो वशगा स्याम् कथंचन इति उक्त्वा सा महादेवम् अगच्छत् शरणम् किल
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अत्रेः | अत्रि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भार्या | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संत्यज्य | संत्यज् | pos=vi |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
वादिनी | वादिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मुनेः | मुनि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भूयो | भूयस् | pos=i |
वशगा | वशग | pos=a,g=f,c=1,n=s |
स्याम् | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
कथंचन | कथंचन | pos=i |
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
महादेवम् | महादेव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अगच्छत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
शरणम् | शरण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
किल | किल | pos=i |