महाभारतम् — 13.14.132
Original
Segmented
दारयेद् यत् महीम् कृत्स्नाम् शोषयेद् वा महा-उदधिम् संहरेद् वा जगत् कृत्स्नम् विसृष्टम् शूलपाणिना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दारयेद् | दारय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
कृत्स्नाम् | कृत्स्न | pos=a,g=f,c=2,n=s |
शोषयेद् | शोषय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
वा | वा | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
उदधिम् | उदधि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संहरेद् | संहृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
वा | वा | pos=i |
जगत् | जगन्त् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कृत्स्नम् | कृत्स्न | pos=a,g=n,c=2,n=s |
विसृष्टम् | विसृज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
शूलपाणिना | शूलपाणि | pos=n,g=m,c=3,n=s |