Original

वायोर्वा सदृशं किंचिद्ब्रूहि त्वं ब्राह्मणोत्तमम् ।अपां वै सदृशं ब्रूहि सूर्यस्य नभसोऽपि वा ॥ २६ ॥

Segmented

वायोः वा सदृशम् किंचिद् ब्रूहि त्वम् ब्राह्मण-उत्तमम् अपाम् वै सदृशम् ब्रूहि सूर्यस्य नभसो ऽपि वा

Analysis

Word Lemma Parse
वायोः वायु pos=n,g=m,c=6,n=s
वा वा pos=i
सदृशम् सदृश pos=a,g=n,c=2,n=s
किंचिद् कश्चित् pos=n,g=n,c=2,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
ब्राह्मण ब्राह्मण pos=n,comp=y
उत्तमम् उत्तम pos=a,g=n,c=2,n=s
अपाम् अप् pos=n,g=n,c=6,n=p
वै वै pos=i
सदृशम् सदृश pos=a,g=n,c=2,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
सूर्यस्य सूर्य pos=n,g=m,c=6,n=s
नभसो नभस् pos=n,g=n,c=6,n=s
ऽपि अपि pos=i
वा वा pos=i