Original

परुषाण्यपि चोक्ता या दृष्टा वा क्रूरचक्षुषा ।सुप्रसन्नमुखी भर्तुर्या नारी सा पतिव्रता ॥ ३८ ॥

Segmented

परुषानि अपि च उक्ता या दृष्टा वा क्रूर-चक्षुषा सु प्रसन्न-मुखी भर्तुः या नारी सा पतिव्रता

Analysis

Word Lemma Parse
परुषानि परुष pos=a,g=n,c=2,n=p
अपि अपि pos=i
pos=i
उक्ता वच् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
या यद् pos=n,g=f,c=1,n=s
दृष्टा दृश् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
वा वा pos=i
क्रूर क्रूर pos=a,comp=y
चक्षुषा चक्षुस् pos=n,g=n,c=3,n=s
सु सु pos=i
प्रसन्न प्रसद् pos=va,comp=y,f=part
मुखी मुख pos=a,g=f,c=1,n=s
भर्तुः भर्तृ pos=n,g=m,c=6,n=s
या यद् pos=n,g=f,c=1,n=s
नारी नारी pos=n,g=f,c=1,n=s
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
पतिव्रता पतिव्रता pos=n,g=f,c=1,n=s