महाभारतम् — 13.133.7
Original
Segmented
तस्मात् स्वर्गात् च्युतः लोकात् मानुषेषु उपजायते महा-भोगे कुले देवि धन-धान्य-समाचिते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मात् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्वर्गात् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च्युतः | च्यु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
लोकात् | लोक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
मानुषेषु | मानुष | pos=n,g=m,c=7,n=p |
उपजायते | उपजन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
भोगे | भोग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कुले | कुल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
देवि | देवी | pos=n,g=f,c=8,n=s |
धन | धन | pos=n,comp=y |
धान्य | धान्य | pos=n,comp=y |
समाचिते | समाचि | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |