Original

ब्राह्मणो हि महत्क्षेत्रं लोके चरति पादवत् ।यत्तत्र बीजं वपति सा कृषिः पारलौकिकी ॥ ५३ ॥

Segmented

ब्राह्मणो हि महत् क्षेत्रम् लोके चरति पाद-वत् यत् तत्र बीजम् वपति सा कृषिः पारलौकिकी

Analysis

Word Lemma Parse
ब्राह्मणो ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
महत् महत् pos=a,g=n,c=1,n=s
क्षेत्रम् क्षेत्र pos=n,g=n,c=1,n=s
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
चरति चर् pos=v,p=3,n=s,l=lat
पाद पाद pos=n,comp=y
वत् वत् pos=i
यत् यद् pos=n,g=n,c=2,n=s
तत्र तत्र pos=i
बीजम् बीज pos=n,g=n,c=2,n=s
वपति वप् pos=v,p=3,n=s,l=lat
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
कृषिः कृषि pos=n,g=f,c=1,n=s
पारलौकिकी पारलौकिक pos=a,g=f,c=1,n=s