Original

स्वस्थानात्स परिभ्रष्टो वर्णसंकरतां गतः ।ब्राह्मणः क्षत्रियो वैश्यः शूद्रत्वं याति तादृशः ॥ १४ ॥

Segmented

स्व-स्थानात् स परिभ्रष्टो वर्ण-संकर-ताम् गतः ब्राह्मणः क्षत्रियो वैश्यः शूद्र-त्वम् याति तादृशः

Analysis

Word Lemma Parse
स्व स्व pos=a,comp=y
स्थानात् स्थान pos=n,g=n,c=5,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
परिभ्रष्टो परिभ्रंश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
वर्ण वर्ण pos=n,comp=y
संकर संकर pos=n,comp=y
ताम् ता pos=n,g=f,c=2,n=s
गतः गम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ब्राह्मणः ब्राह्मण pos=n,g=m,c=1,n=s
क्षत्रियो क्षत्रिय pos=n,g=m,c=1,n=s
वैश्यः वैश्य pos=n,g=m,c=1,n=s
शूद्र शूद्र pos=n,comp=y
त्वम् त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
याति या pos=v,p=3,n=s,l=lat
तादृशः तादृश pos=a,g=m,c=1,n=s