महाभारतम् — 13.125.19
Original
Segmented
असत्सु अभिनिविष्टेषु ब्रुवतो मुक्त-संशयम् गुणाः ते न विराजन्ते तेन असि हरिणः कृशः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
असत्सु | असत् | pos=a,g=m,c=7,n=p |
अभिनिविष्टेषु | अभिनिविश् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
ब्रुवतो | ब्रू | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मुक्त | मुच् | pos=va,comp=y,f=part |
संशयम् | संशय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गुणाः | गुण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
न | न | pos=i |
विराजन्ते | विराज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तेन | तेन | pos=i |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
हरिणः | हरिण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कृशः | कृश | pos=a,g=m,c=1,n=s |