महाभारतम् — 13.122.2
Original
Segmented
असंशयम् महा-प्राज्ञैः यथा एव आत्थ तथा एव तत् अनुज्ञातः तु भवता किंचिद् ब्रूयाम् अहम् विभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
असंशयम् | असंशयम् | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
प्राज्ञैः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
आत्थ | अह् | pos=v,p=2,n=s,l=lit |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अनुज्ञातः | अनुज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तु | तु | pos=i |
भवता | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रूयाम् | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |