Original

जानामि पापैः स्वकृतैर्गतं त्वां कीट कीटताम् ।अवाप्स्यसि परं धर्मं धर्मस्थो यदि मन्यसे ॥ ३ ॥

Segmented

जानामि पापैः स्व-कृतैः गतम् त्वाम् कीट कीट-ताम् अवाप्स्यसि परम् धर्मम् धर्म-स्थः यदि मन्यसे

Analysis

Word Lemma Parse
जानामि ज्ञा pos=v,p=1,n=s,l=lat
पापैः पाप pos=n,g=n,c=3,n=p
स्व स्व pos=a,comp=y
कृतैः कृ pos=va,g=n,c=3,n=p,f=part
गतम् गम् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
कीट कीट pos=n,g=m,c=8,n=s
कीट कीट pos=n,comp=y
ताम् ता pos=n,g=f,c=2,n=s
अवाप्स्यसि अवाप् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
परम् पर pos=n,g=m,c=2,n=s
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
स्थः स्थ pos=a,g=m,c=1,n=s
यदि यदि pos=i
मन्यसे मन् pos=v,p=2,n=s,l=lat