महाभारतम् — 13.119.1
Original
Segmented
व्यास उवाच शुभेन कर्मणा यद् वै तिर्यग्योनौ न मुह्यसे मे एव कीट तत् कर्म येन त्वम् न प्रमुह्यसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
व्यास | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शुभेन | शुभ | pos=a,g=n,c=3,n=s |
कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यद् | यत् | pos=i |
वै | वै | pos=i |
तिर्यग्योनौ | तिर्यग्योनि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
मुह्यसे | मुह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
कीट | कीट | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
प्रमुह्यसे | प्रमुह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |