Original

धनं धान्यं प्रियान्दारान्यानं वासस्तथाद्भुतम् ।श्रियं दृष्ट्वा मनुष्याणामसूयामि निरर्थकम् ॥ २३ ॥

Segmented

धनम् धान्यम् प्रियान् दारान् यानम् वासः तथा अद्भुतम् श्रियम् दृष्ट्वा मनुष्याणाम् असूयामि निरर्थकम्

Analysis

Word Lemma Parse
धनम् धन pos=n,g=n,c=2,n=s
धान्यम् धान्य pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रियान् प्रिय pos=a,g=m,c=2,n=p
दारान् दार pos=n,g=m,c=2,n=p
यानम् यान pos=n,g=n,c=2,n=s
वासः वासस् pos=n,g=n,c=2,n=s
तथा तथा pos=i
अद्भुतम् अद्भुत pos=a,g=n,c=2,n=s
श्रियम् श्री pos=n,g=f,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
मनुष्याणाम् मनुष्य pos=n,g=m,c=6,n=p
असूयामि असूय् pos=v,p=1,n=s,l=lat
निरर्थकम् निरर्थक pos=a,g=n,c=2,n=s