Original

सर्वं तत्त्वेन धर्मज्ञ यथावदिह धर्मतः ।किं वा भक्ष्यमभक्ष्यं वा सर्वमेतद्वदस्व मे ॥ ५ ॥

Segmented

सर्वम् तत्त्वेन धर्म-ज्ञ यथावद् इह धर्मतः किम् वा भक्ष्यम् अभक्ष्यम् वा सर्वम् एतद् वदस्व मे

Analysis

Word Lemma Parse
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
तत्त्वेन तत्त्व pos=n,g=n,c=3,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
ज्ञ ज्ञ pos=a,g=m,c=8,n=s
यथावद् यथावत् pos=i
इह इह pos=i
धर्मतः धर्म pos=n,g=m,c=5,n=s
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
वा वा pos=i
भक्ष्यम् भक्ष् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
अभक्ष्यम् अभक्ष्य pos=a,g=n,c=1,n=s
वा वा pos=i
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
वदस्व वद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s