महाभारतम् — 13.117.31
Original
Segmented
न आत्मनः ऽस्ति प्रियतरः पृथिव्याम् अनुसृत्य ह तस्मात् प्राणिषु सर्वेषु दयावान् आत्मवान् भवेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्रियतरः | प्रियतर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पृथिव्याम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=7,n=s |
अनुसृत्य | अनुसृ | pos=vi |
ह | ह | pos=i |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
प्राणिषु | प्राणिन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
दयावान् | दयावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |