Original

न हि तत्परमं किंचिदिह लोके परत्र च ।यत्सर्वेष्विह लोकेषु दया कौरवनन्दन ॥ २० ॥

Segmented

न हि तद्-परमम् किंचिद् इह लोके परत्र च यत् सर्वेषु इह लोकेषु दया कौरव-नन्दन

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
हि हि pos=i
तद् तद् pos=n,comp=y
परमम् परम pos=a,g=n,c=1,n=s
किंचिद् कश्चित् pos=n,g=n,c=1,n=s
इह इह pos=i
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
परत्र परत्र pos=i
pos=i
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
सर्वेषु सर्व pos=n,g=m,c=7,n=p
इह इह pos=i
लोकेषु लोक pos=n,g=m,c=7,n=p
दया दया pos=n,g=f,c=1,n=s
कौरव कौरव pos=n,comp=y
नन्दन नन्दन pos=n,g=m,c=8,n=s