महाभारतम् — 13.117.13
Original
Segmented
अहिंसा-लक्षणः धर्म इति वेद-विदः विदुः यद् अहिंस्रम् भवेत् कर्म तत् कुर्याद् आत्मवान् नरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहिंसा | अहिंसा | pos=n,comp=y |
लक्षणः | लक्षण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
विदः | विद् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
विदुः | विद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अहिंस्रम् | अहिंस्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुर्याद् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
आत्मवान् | आत्मवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |