महाभारतम् — 13.117.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच इमे वै मानवा लोके भृशम् मांसस्य गृद्धिनः विसृज्य भक्षान् विविधान् यथा रक्षः-गणाः तथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वै | वै | pos=i |
मानवा | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
मांसस्य | मांस | pos=n,g=n,c=6,n=s |
गृद्धिनः | गृद्धिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
विसृज्य | विसृज् | pos=vi |
भक्षान् | भक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विविधान् | विविध | pos=a,g=m,c=2,n=p |
यथा | यथा | pos=i |
रक्षः | रक्षस् | pos=n,comp=y |
गणाः | गण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |