महाभारतम् — 13.116.63
Original
Segmented
ये वर्जयन्ति मांसानि मासशः पक्षशो ऽपि वा तेषाम् हिंसा-निवृत्तानाम् ब्रह्म-लोकः विधीयते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वर्जयन्ति | वर्जय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
मांसानि | मांस | pos=n,g=n,c=2,n=p |
मासशः | मासशस् | pos=i |
पक्षशो | पक्षशस् | pos=i |
ऽपि | अपि | pos=i |
वा | वा | pos=i |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
हिंसा | हिंसा | pos=n,comp=y |
निवृत्तानाम् | निवृत् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
लोकः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विधीयते | विधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |