महाभारतम् — 13.114.4
Original
Segmented
त्रीन् दोषान् सर्व-भूतेषु निधाय पुरुषः सदा काम-क्रोधौ च संयम्य ततः सिद्धिम् अवाप्नुते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्रीन् | त्रि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
भूतेषु | भूत | pos=n,g=n,c=7,n=p |
निधाय | निधा | pos=vi |
पुरुषः | पुरुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
काम | काम | pos=n,comp=y |
क्रोधौ | क्रोध | pos=n,g=m,c=2,n=d |
च | च | pos=i |
संयम्य | संयम् | pos=vi |
ततः | ततस् | pos=i |
सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अवाप्नुते | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |