महाभारतम् — 13.113.23
Original
Segmented
अन्नस्य हि प्रदानेन नरो दुर्गम् न सेवते तस्माद् अन्नम् प्रदातव्यम् अन्याय-परिवर्जितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अन्नस्य | अन्न | pos=n,g=n,c=6,n=s |
हि | हि | pos=i |
प्रदानेन | प्रदान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
नरो | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दुर्गम् | दुर्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
सेवते | सेव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
अन्नम् | अन्न | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रदातव्यम् | प्रदा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
अन्याय | अन्याय | pos=n,comp=y |
परिवर्जितम् | परिवर्जय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |