महाभारतम् — 13.112.29
Original
Segmented
बृहस्पतिः उवाच आसन्न-मात्रः सततम् तैः भूतैः अभिभूयते विप्रमुक्तः च तैः भूतैः पुनः याति अपराम् गतिम् स तु भूत-समायुक्तः प्राप्नुते जीव एव ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आसन्न | आसद् | pos=va,comp=y,f=part |
मात्रः | मात्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सततम् | सततम् | pos=i |
तैः | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
भूतैः | भूत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अभिभूयते | अभिभू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विप्रमुक्तः | विप्रमुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
तैः | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
भूतैः | भूत | pos=n,g=n,c=3,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
याति | या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अपराम् | अपर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
भूत | भूत | pos=n,comp=y |
समायुक्तः | समायुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्राप्नुते | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
जीव | जीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
ह | ह | pos=i |