महाभारतम् — 13.110.64
Original
Segmented
यः तु पक्षे गते भुङ्क्ते एक-भक्तम् जित-इन्द्रियः सदा द्वादश मासान् तु जुह्वानो जातवेदसम् राजसूय-सहस्रस्य फलम् प्राप्नोति अनुत्तमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
पक्षे | पक्ष | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
भुङ्क्ते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एक | एक | pos=n,comp=y |
भक्तम् | भक्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
जित | जि | pos=va,comp=y,f=part |
इन्द्रियः | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
द्वादश | द्वादशन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मासान् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तु | तु | pos=i |
जुह्वानो | हु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
जातवेदसम् | जातवेदस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
राजसूय | राजसूय | pos=n,comp=y |
सहस्रस्य | सहस्र | pos=n,g=n,c=6,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अनुत्तमम् | अनुत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |