महाभारतम् — 13.110.32
Original
Segmented
फलम् बहु-सुवर्णस्य यज्ञस्य लभते नरः संख्याम् अतिगुणाम् च अपि तेषु लोकेषु मोदते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
सुवर्णस्य | सुवर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञस्य | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लभते | लभ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संख्याम् | संख्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अतिगुणाम् | अतिगुण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
मोदते | मुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |