महाभारतम् — 13.110.135
Original
Segmented
दरिद्रैः मनुजैः पार्थ प्राप्यम् यज्ञ-फलम् यथा उपवासम् इमम् कृत्वा गच्छेत् च परमाम् गतिम् देव-द्विजाति-पूजायाम् रतो भरत-सत्तम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दरिद्रैः | दरिद्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
मनुजैः | मनुज | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्राप्यम् | प्राप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
उपवासम् | उपवास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
गच्छेत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
च | च | pos=i |
परमाम् | परम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
देव | देव | pos=n,comp=y |
द्विजाति | द्विजाति | pos=n,comp=y |
पूजायाम् | पूजा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
रतो | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |