महाभारतम् — 13.11.8
Original
Segmented
यः च आत्मनि प्रार्थयते न किंचिद् यः च स्वभाव-उपहत-अन्तरात्मा तेषु अल्प-संतोष-रतेषु नित्यम् नरेषु न अहम् निवसामि देवि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
आत्मनि | आत्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रार्थयते | प्रार्थय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
स्वभाव | स्वभाव | pos=n,comp=y |
उपहत | उपहन् | pos=va,comp=y,f=part |
अन्तरात्मा | अन्तरात्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अल्प | अल्प | pos=a,comp=y |
संतोष | संतोष | pos=n,comp=y |
रतेषु | रम् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
नरेषु | नर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
निवसामि | निवस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
देवि | देवी | pos=n,g=f,c=8,n=s |