Original

युधिष्ठिर उवाच ।कीदृशे पुरुषे तात स्त्रीषु वा भरतर्षभ ।श्रीः पद्मा वसते नित्यं तन्मे ब्रूहि पितामह ॥ १ ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच कीदृशे पुरुषे तात स्त्रीषु वा भरत-ऋषभ श्रीः पद्मा वसते नित्यम् तत् मे ब्रूहि पितामह

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
कीदृशे कीदृश pos=a,g=m,c=7,n=s
पुरुषे पुरुष pos=n,g=m,c=7,n=s
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
स्त्रीषु स्त्री pos=n,g=f,c=7,n=p
वा वा pos=i
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
श्रीः श्री pos=n,g=f,c=1,n=s
पद्मा पद्मा pos=n,g=f,c=1,n=s
वसते वस् pos=v,p=3,n=s,l=lat
नित्यम् नित्यम् pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s