महाभारतम् — 13.109.42
Original
Segmented
षष्ठे काले तु कौन्तेय नरः संवत्सरम् क्षपेत् अश्वमेधस्य यज्ञस्य फलम् प्राप्नोति मानवः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
षष्ठे | षष्ठ | pos=a,g=m,c=7,n=s |
काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तु | तु | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संवत्सरम् | संवत्सर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्षपेत् | क्षप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अश्वमेधस्य | अश्वमेध | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञस्य | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्राप्नोति | प्राप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मानवः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=s |