महाभारतम् — 13.109.26
Original
Segmented
श्रावणम् नियतो मासम् एक-भक्तेन यः क्षपेत् यत्र तत्र अभिषेकेण युज्यते ज्ञाति-वर्धनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्रावणम् | श्रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नियतो | नियम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मासम् | मास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एक | एक | pos=n,comp=y |
भक्तेन | भक्त | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षपेत् | क्षप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यत्र | यत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
अभिषेकेण | अभिषेक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
युज्यते | युज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ज्ञाति | ज्ञाति | pos=n,comp=y |
वर्धनः | वर्धन | pos=a,g=m,c=1,n=s |