महाभारतम् — 13.107.35
Original
Segmented
उच्छिष्टो न स्पृशेत् शीर्षम् सर्वे प्राणाः तद्-आश्रयाः केश-ग्रहान् प्रहारान् च शिरसि एतान् विवर्जयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उच्छिष्टो | उच्छिष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
स्पृशेत् | स्पृश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
शीर्षम् | शीर्ष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्राणाः | प्राण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
आश्रयाः | आश्रय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
केश | केश | pos=n,comp=y |
ग्रहान् | ग्रह | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रहारान् | प्रहार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
शिरसि | शिरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
एतान् | एतद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विवर्जयेत् | विवर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |