महाभारतम् — 13.107.126
Original
Segmented
अपस्मारिन्-कुले जाताम् निहीनाम् च एव वर्जयेत् श्वित्रिणाम् च कुले जाताम् त्रयाणाम् मनुज-ईश्वर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अपस्मारिन् | अपस्मारिन् | pos=a,comp=y |
कुले | कुल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जाताम् | जन् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
निहीनाम् | निहीन | pos=a,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
वर्जयेत् | वर्जय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
श्वित्रिणाम् | श्वित्रिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
कुले | कुल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जाताम् | जन् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
त्रयाणाम् | त्रि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
मनुज | मनुज | pos=n,comp=y |
ईश्वर | ईश्वर | pos=n,g=m,c=8,n=s |