महाभारतम् — 13.105.60
Original
Segmented
शक्र उवाच येषाम् वेदा निहिता वै गुहायाम् मनीषिणाम् सत्त्ववताम् महात्मनाम् तेषाम् त्वया एकेन महात्मना अस्मि बुद्धः तस्मात् प्रीतिमान् ते ऽहम् अद्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शक्र | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
वेदा | वेद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
निहिता | निधा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
वै | वै | pos=i |
गुहायाम् | गुहा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
मनीषिणाम् | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
सत्त्ववताम् | सत्त्ववत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
महात्मनाम् | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
एकेन | एक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
बुद्धः | बुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
प्रीतिमान् | प्रीतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |